देशभर के 244 शहरों में मंगलवार को एक विशेष मॉक ड्रिल के दौरान जानबूझकर ब्लैकआउट किया गया। इस मॉक ड्रिल का मकसद जनता और प्रशासन को किसी संभावित युद्ध, आतंकी हमले या साइबर अटैक जैसी आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना था।
इस अभ्यास में शहरों की बिजली सप्लाई कुछ समय के लिए बंद की गई और लोगों को अंधेरे में रहकर सुरक्षा उपायों का पालन करना सिखाया गया। रेलवे स्टेशनों, एयरपोर्ट्स, अस्पतालों, और प्रमुख सरकारी दफ्तरों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।
मुख्य उद्देश्य:
युद्ध जैसी स्थिति में बिजली, पानी, इंटरनेट जैसी सुविधाओं की अनुपस्थिति में काम करने की रणनीति विकसित करना।
आम जनता को जागरूक करना कि आपात स्थिति में उन्हें किस प्रकार से व्यवहार करना चाहिए।
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय की तैयारी को परखना।
सुरक्षा एजेंसियों का बयान:
संबंधित एजेंसियों ने बताया कि यह मॉक ड्रिल केवल अभ्यास के लिए थी और इसका उद्देश्य लोगों में घबराहट नहीं बल्कि जागरूकता फैलाना है।
जनता की प्रतिक्रिया:
कुछ लोगों को अचानक ब्लैकआउट से असुविधा हुई, लेकिन अधिकांश लोगों ने इसे एक ज़रूरी पहल बताया और कहा कि ऐसी तैयारी समय की माँग है।