नई दिल्ली, 9 मार्च 2025: आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पिछले 11 दिनों से अचानक सार्वजनिक जीवन से गायब थे। उनके फोन भी स्विच ऑफ थे, सोशल मीडिया पर कोई गतिविधि नहीं दिख रही थी, और उनकी लोकेशन को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन अब खुद सिसोदिया ने इस रहस्य से पर्दा उठा दिया है।
मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए बताया कि वे पिछले 11 दिन राजस्थान के एक गांव में ध्यान और आत्मचिंतन के लिए गए थे। इस दौरान उन्होंने पूर्ण एकांत में समय बिताया, फोन पूरी तरह बंद रखा और बाहरी दुनिया से खुद को पूरी तरह काट लिया।उन्होंने कहा कि यह एक आध्यात्मिक यात्रा थी, जहां उन्होंने 12-12 घंटे सिर्फ साधना की, बिना किसी बाहरी संपर्क या मीडिया के दबाव के। यह उनके लिए मानसिक और आत्मिक शांति का अनुभव था, जहां वे खुद को नए सिरे से समझने की कोशिश कर रहे थे।”सब कुछ देखना ही सच नहीं होता” – सिसोदियाअपने पोस्ट में सिसोदिया ने लिखा:”गौतम बुद्ध की सीख यही है – जो चीजें दिखती हैं, जरूरी नहीं कि वही सच हो। वास्तविकता इससे बहुत अलग होती है।”उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने न फोन इस्तेमाल किया, न किताबें पढ़ीं, न किसी से बात की – बस खुद को अपने मन और शरीर के साथ जोड़ा।राजनीतिक हार के बाद आत्मचिंतन की जरूरत?यह कदम दिल्ली विधानसभा चुनावों में AAP की करारी हार के बाद आया है, जब पार्टी को जनता का अपेक्षित समर्थन नहीं मिला। सिसोदिया के इस कदम को हार के बाद आत्मचिंतन करने की प्रक्रिया के रूप में भी देखा जा रहा है।क्या आगे कोई नई रणनीति बना रहे हैं?अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या मनीष सिसोदिया इस आत्मचिंतन के बाद कोई नई राजनीतिक रणनीति तैयार कर रहे हैं, या यह सिर्फ एक निजी आध्यात्मिक यात्रा थी? फिलहाल, सिसोदिया ने इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।”इस यात्रा में कोई संवाद नहीं था”सिसोदिया ने बताया कि उन्होंने इस दौरान किसी से कोई बातचीत नहीं की।”न फोन, न किताबें, न टीवी, न राजनीति – बस एकांत और आत्मविश्लेषण।”अब देखना होगा कि इस आध्यात्मिक विश्राम के बाद मनीष सिसोदिया राजनीति में किस तरह वापसी करते हैं और क्या यह यात्रा उनकी नई सोच और रणनीति का हिस्सा बनेगी या नही